मेरी ज़िन्दगी नहीं है एक पहेली
पर सच बोलूं तो मैं खुद एक पहेली हूँ अपने लिए
मेरी ज़िन्दगी बहुत कुछ खास है इसमें
पर सच बोलूं तो मुझे नहीं पता की क्या ?
मेरी ज़िन्दगी क्या है ?
न मुझे है पता
न जाने क्यूँ
लगता है की मेरी ज़िन्दगी है एक बड़ा सवाल
शायद इसका जवाब है मेरे पास
पर मैं नहीं जानना चाहता
क्यूँ ,
नहीं पता
बस इतना ही जानता हूँ की मैं हूँ खास ...
No comments:
Post a Comment