MPs complained to Pawan Bansal saying they have booked tickets for New Year holidays. Don't want parliament extension!
To Sleep or Not to Sleep
जब सांसद संसद में आतें हैं तो बस ये हिसाब किताब करके की आज कितने बजे सोना है कितनी देर सोना है , या फिर आज किस मुद्दे पर हंगामा हो और फिर हम यहाँ से जल्दी सरक के कौन सी फिल्म देखें या फिर किस जगह खाना खाने जाएँ .
हमारे द्वारा चुने गए नेता जिन्होंने अपने आप को तानाशाह मान लिया है , उन्हें काम सिर्फ तभी याद आता है जब उनकी लग जाती है , जैसे इन्टरनेट और social networking sites पर नियंत्रण की बात हो या फिर अपनी गाड़ियों पर लाल बती की बात .
पिछले कईं दिनों से लोकपाल को लेकर बात चल रही थी की संसद सत्र बढाया जाएगा और सरकार ने तय भी कर लिया , पर क्या करें नेता तो सोते रहते हैं तो उन्हें कैसे याद रहे की नया साल आने वाला है ,और जब याद आया तो मंत्री साहब बगले झांकते नज़र आये ...
ये तो संसद में भी सोते हैं और इनके वादे तो कभी उठते ही नहीं ...
1 comment:
thanks ...
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