Thursday, 5 November 2009

लुट गए हम सरे बाज़ार में



लुट गए हम सरे बाज़ार में
मैं बूँद बूँद हुआ ऐसे ही जलने  को
तरस  रहा था मैं तुमसे ही मिलने  को
आ भी जा मेरे दिल को ना जला
(ये पंक्तियाँ मेरी नहीं है ,ये रहीम शाह जो की पाकिस्तानी गायक हैं उनके एक गाने "आ भी जा" से ली गयी है )

2 comments:

Unknown said...

रहीम शाह की ये पंक्तियाँ लाजवाब हैं.. आपको भी धन्यवाद्

आमीन said...

बहुत अच्छी चीज निकाल के लाये हो यार तुम... बधाई हो