Tuesday, 31 March 2009

Mera vote mera imaan ,vande matram

रोते रोते बीतते हैं साल पे साल,
still we don't change भई वाह कमाल,
सड़कों का रोना ,बिजली का रोना ,
रोना है साल भर,पर voting के दिन सोना,

बिजली नहीं है ,सरकार को गाली दो,
छोटी मोटी नहीं ,बड़ी बड़ी वाली दो ,
पानी नहीं है ,कोसो government को,
जैसे दांत नहीं कोसे टूथपेस्ट वालों को,
सड़कों पे गड्ढे ,famliy places पे दारू के अड्डे ,

vote नहीं करदे ,पहन्दे specs, t-shirt ते लम्बे -२ चड्डे
कह्न्दे ,its my style ,जो वोट करे वो पोंगा.
dude जो अब तक नहीं बदला ,तो वोटिंग से क्या होगा .
exams में बिजली गुल ,प्यास लगे तो पानी गुल,
schools हैं building गुल ,आज का youth फिर भी coool.
............
रै बिजली के तार पे डाल के काँटा ,गरीबी में गिला आटा ,
पानी का connection काटा ,नेता पुत्र का खा के चांटा ,
सहता जाता corruption ,कमाल है भाई कमाल है यार ,
नोटों की देदे के गड्डी ,तुड़वाता जो सबकी हड्डी ,

हम धोते उसी की चड्डी ,कमाल है भाई कमाल है यार ,
जिसके सर पे 250 case ,अच्छा खासा criminal base,
उसका ही चमकाते face , कमाल है भाई कमाल है यार,
बीते साल में जो करता था टंटा ,जिसने शहर का धर किया बँटा,
तरक्की के नाम पे घंटा , कमाल है भाई कमाल है यार,

school में college में गोली ,जो खेले हमारे खून से होली ,
बोलें हम उसकी ही बोली , कमाल है भाई कमाल है यार,
माँ बहनों का दमन तार ,चोरी ,डकैती ,बलात्कार ,
उसकी करते जय जय कार , कमाल है भाई कमाल है यार,

जिनके लड़के खुद गुंडे ,पाले 10-10 मुस्टंडे ,
फहराते उनके झंडे , कमाल है भाई कमाल है यार,
come on youth stand up n fight ,देश की हालत है अब tight,
vote is the power ,vote is your right ...

तेरे हाथ में है पतवार ,हम सबकी नैया मंझदार ,
पोंछ दो सारी आँखें नम,चलो vote करें हम ,वन्दे मातरम्.
मेरा वोट मेरा ईमान.

Thursday, 26 March 2009

तीसरी आँख चुनाव पर

तीसरी आँख चुनाव पर

मैं शपत लेता हूँ की इस बार के चुनावी वादे केवल वादे ही नहीं होंगे , बल्कि उनमे होंगे पक्के इरादे .
इरादे … जो मिटा देंगे गरीबी का नामो निशान , इरादे जो देश को देंगे सुरक्षा
अब आटा चावल और दाल होगा सस्ता , मिलेगी बिजली 24 घंटे , नौकरी और corruption की नहीं होगी टेंशन और धार्मिक सहिष्णुता से देश होगा रोशन .
वादे वादे और फिर वादे .
साल दर साल होते हैं वादे और इलेक्शन जाते ही खोखले साबित होते हैं इरादे .
और अब समय है लोकसभा चुनाव 2009 का और खुल गयी है सुनो लेमन 91.9 fm की तीसरी आँख ......
क्या होगा इस बार .
क्या होगा वही हाल या फिर आएगा बदलाव जानिए चुनावी मुद्दे ,राजनीतिक गतिविधियाँ और जनता का फैसला .
सिर्फ और सिर्फ तीसरी आँख चुनाव पर .
(saurabh n sumit)